बरसात का मौसम

पानी बरसा छम छम छम
आया है बरसात का मौसम
 घुमड़ते रुकते कभी बरसते 
नीले सफेद बादलों के संगम
 मच्छर कीट पतंगे भी आए
 मेंढक करते टर्र टर्र टर्र हरदम
 छतरी टोपी और बरसाती 
पढ़ने लगी है आजकल कम
 हरी भरी हो गई है धरती 
सब हो रहा है गीला और नम
बारिश ना हो तो होते तंग 
पानी-पानी करते रहते हम

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